दुकाल संज्ञा पुं॰ [सं॰ दुष्काल] अन्नकष्ट का समय । अकाल । दुर्भिक्ष । उ॰—(क) कलिनाम । कामतरु राम को । दलन - हार दारिद दुकाल दुख दोष धोर धनधाम को ।—तुलसी (शब्द॰) (ख) कलि बारहि बार दुकाल परै । बिन अन्न दुःखी सब लोग मरै ।—तुलसी (शब्द॰) ।