दुलत्ती
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]दुलत्ती संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ दो + लात]
१. घोड़े आदि चौपायों का पिछले दोनों पैरों को उठाकर लात मारना । क्रि॰ प्र॰—चलाना ।—मारना । मुहा॰—दुलत्ती छाँटना या झाड़ना = दोनों लातों का चलाना । दोनों लातों से मारना । दुलत्ती फेंकना = दोनों लात चलाना ।
२. मालखंभ की एक कसरत जिसमें पैरों को मालखंभ से अलग दिखाकर ताल आदि ठोकते हैं ।