दुसरा

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

दुसरा पु † वि॰ [हिं॰ दूसरा ] [वि॰ स्त्री॰ दुसरी] दे॰ 'दूसरा' । उ॰—(क) तब तो यह लरिका दुसरे दिन फेरि गुसाइँ जी के दरसन को आयो ।—दो सो बावन॰, भाग १, पृ॰ ३२८ । (ख) तापर कोमल कनक भूति मनिमय मोहति मन । दिखियत सब प्रतिबिंब मनों घर महँ दुसरो बन ।— नंद॰ ग्रं॰, पृ॰ ६ । (ग) गोबरधन की मूरति दुसरी । श्री गोबिंदचंद हित कुसरी ।—नंद॰ ग्रं॰, पृ॰ ३०६ ।