दू वि॰ [सं॰ द्वि] दे॰ 'दो' । उ॰—उलग कहइ छाइ एकल । दू जण सरिस कहइ घर बास ।—बी॰ रासो, पृ॰ ५२ । यौ॰—दूजण = दो जन । पति पत्नी ।