दूज संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ द्वितीया, प्रा॰ दुइय, दुइज] किसी पक्ष की दूसरी तिथि । दुइज । द्वितीया । मुहा॰—दूज का चाँद होना = बहुत दिनों पर दिखाई पड़ना । कम दिखाई पड़ना । कम दर्शन देना ।