देखादेखी
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]देखादेखी ^१ संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ देखना] आँखों से देखने की दशा या भाव । दर्शन । साक्षात्कार । अवलोकन । उ॰—कहन सुनन की है नहीं, देखादेखी नाय । सार सबद जो चिन्ही, सोइ मिलेगा आय ।—कबीर सा॰, पृ॰ ४७५ । क्रि॰ प्र॰—करना ।—होना ।
देखादेखी ^२ क्रि॰ वि॰ दूसरों को करते देखकर । दूसरों के अनुकरण पर । जैसे,—(क) देखादेखी पाप, देखादेखी पुण्य । (ख) उसकी देखादेखी तुम भी ऐसा करने लगे । विशेष—यह वास्तव में संज्ञा शब्द है जिसके आगे 'से' विभक्ति लुप्त है अतः लिंग ज्यों का त्यों रहता है ।