देवरात
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
देवरात संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. (देवताओं से रक्षित) राजा परीक्षित ।
२. निमिवंश का एक राजा जो सुकेतु का पुत्र था ।
३. शुनः- शेप का एक नाम जो विश्वामित्र के यहाँ जाने पर पडा़ था । उ॰—शुनःशेप का दूसरा नाम देवरात कहा जाता है ।—प्रा॰ भा॰ प॰, पृ॰ २५३ ।
४. याज्ञवल्य ऋषि के पिता का नाम ।
५. एक प्रकार का सारस ।