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देवस्थान

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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देवस्थान संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. देवताओं के रहने की जगह ।

२. देवालय ।

३. एक ऋषि का नाम (महाभारत) । विशेष—इन्होंने पांडवों को उस समय सदुपदेश दिया था जब वे वनवास करते थे । पीछे जब युधिष्ठिर ने राज्य प्राप्त किया तब इन्होंने अनेक प्रकार के उपदेश देकर उन्हें राज्य छोड़ने से रोका था ।