देशान्तर

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

देशांतर संज्ञा पुं॰ [सं॰ देशान्तर]

१. अन्यदेश । विदेश । परदेश ।

२. भूगोल में ध्रुवों से होकर उत्तर दक्षिण गई हुई किसी सर्व- मान्य मध्य रेखा से पूर्व या पश्चिम की दूरी । लंबांश । विशेष—भारतवर्ष में पहले यह मध्य रेखा लँका या उज्जयिनी से सुमेरु तक मानी जाती थी । अब यह यूरप और अमेरिका के भिन्न भिन्न स्थानों से गई हुई मानी जाती है । इस मध्य रेखा से किसी स्थान की दूरी उस कोण के अंशों के हिसाब से बतलाई जाती है जो उस स्थान पर होकर गई हुई रेखा ध्रुव पर मध्य रेखा से मिलकर बनाती है ।