दोना

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

दोना ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ द्रोण ] [स्त्री॰ दोनी] पत्तों का बना हुआ कटोरे के आकार का छोटा गहरा पात्र जिसमें खाने की चीजें आदि रखते हैं । उ॰—कंदमूल फल भरि भरि दोना । चले रंक जनु लूटन सोना । —तुलसी (शब्द॰) । मुहा॰—दोना चढ़ाना = किसी की समाधि आदि पर फूल चढ़ाना । दोना देना = (१) दोना चढ़ाना । (२) अपने भोजन के थाल में से कुछ भोजन किसी को दे देना जिससे देनेवाले की प्रसन्नता और पानेवाले का सम्मान प्रगट होता है । दोना खाना या चाटना = बाजार की मिठाई आदि खाना । दोनों की चाट पड़ना = बाजारी भोजन का चस्का पड़ना ।

दोना ^२ संज्ञा पुं॰ [हिं॰] दे॰ 'दौना' (मरुवा) ।