दौड़ाना
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]दौड़ाना क्रि॰ स॰ [हिं॰ दौड़ना का सकर्मक रूप]
१. दौड़ने की क्रिया कराना । साधारण से अधिक वेग से चलाना । द्रुत- गमन कराना । जैसे, घोड़ा दौड़ाना, सिपाही दौड़ाना । संयो॰ क्रि॰—देना ।
२. बार बार आने जाने के लिये कहना या विवश करना । हैरान करना । जैसे,— चार रुपए के लिये क्यों बार बार दौड़ाते हो? ।
३. किसी वस्तु को याहँ से वहाँ तक ले जाना । एक जगह से खींचकर दूसरी जगह करना । जैसे,— इस चारपाई को जरा उधर दौड़ा दो । संयो॰ क्रि॰—देना ।
४. फैलाना । पोतना । जैसे, स्याही दौड़ाना । संयो॰ क्रि॰—देना ।
५. फैरना । जैसे, दीवार पर कूँची दौड़ाना ।