दौर
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]दौर ^१ संज्ञा पुं॰ [अ॰ दौर]
१. चक्कर । भ्रमण । फेरा ।
२. दिर्नो का फेर । कालचक्र ।
३. अभ्युदय काल । बढ़ती का समय ।
दौर पु ^२ संज्ञा स्त्री॰
१. दे॰ 'दौड़' ।
२. धावा । आक्रमण । उ॰— एक दौर करो रौर मेरो भर कौर कपि एक बार सिंधुधार सबको बहायहौ ।—हनुमान (शब्द॰) ।
३. वेग । द्रुतगति । उ॰—जेती लहर समूद्र की तेती मन की दौर ।—कबीर (शब्द॰) ।
४. प्रयत्नों की पहुंच या सीमा । उ॰—सीतापति रघुनाथ जी तुम लगि मेरी दौर ।—(शब्द॰) ।