द्यूत

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

द्यूत संज्ञा पुं॰ [सं॰] जुआ । वह खेल जिसमें दाँव बदा जाय और हारनेवाला जीतनेवाले को कुछ दे । विशेष— मनु ने लिखा है कि राजा को चाहिए कि जुआ और पशु पक्षियों का दंगल अपने राज्य में न होने दे । जो जुआ खेले या खेलावे उसे राजा वध तक का दंड दे सकता है । याज्ञवल्क्य ने कूटद्यूत का इसी प्रकार निषेध किया है ।