द्रविड़
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]द्रविड़ संज्ञा पुं॰ [सं॰ द्रविड, ता॰ तिरमिक]
१. दक्षिण भारत का एक देश जो उड़ीसा के दक्षिण पूर्वीय सागर के किनारे रामेश्वर तक है ।
२. द्रविण देश का रहनेवाला । विशेष— मनु ने द्रविड़ों को सवर्णा स्त्री से उत्पन्न ब्रात्य क्षत्रियों की संतति कहा है । महाभारत में भी लिखा है कि परशुराम के भय से बहुत से क्षत्रिय दूर दूर के पहाड़ों और जंगलों में भाग गए । वहाँ वे अपने कर्म ब्राह्मणों के अदर्शन आदि के कारण भूल गए और वृषलत्व को प्राप्त हो गए । वे ही द्रविड़, आभीर, शवर, पुंड्र आदि हुए । दे॰ 'तामिल' ।
३. ब्राह्मणों का एक वर्ग जिसके अंतर्गत पाँच ब्राह्मण हैं— आंध्र, कर्णाटक, गुर्जर, द्राविड़ और महाराष्ट्र । मुहा॰— द्रविड प्राणायाम = दे॰ 'द्राविड़ी प्राणायाम' ।