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द्वादशवार्षिक

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

द्वादशवार्षिक संज्ञा पुं॰ [सं॰] बारह वर्ष का एक व्रत जो ब्रह्महत्या लगने पर किया जाता है । विशेष— इसमें हत्यारे को वन में कुटी बनाकर, सब वासनाओं को त्याग करके रहना पड़ता है । यदि वनफलों से निर्वाह न हो तो एक चिह्न धारण करके बस्ती में भिक्षा माँगनी पड़ती है ।