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द्वादस

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

द्वादस वि॰ [हिं॰] दे॰ 'द्वादश' । यौ॰— द्वादसनगर = पाँच तत्व, तीन गुण, मन, बुद्धि, चित्त, और अहंकार इन्हीं बारह से बना शरीररूपी नगर । द्वादशाय- तन । उ॰— द्वादसनगर मंझार जो पुरुष विराजहीं ।— धरम॰, पृ॰ ४१ । द्वादस नाड़ी = द्वादश कला युक्त नाड़ी । पिंगला नाड़ी । उ॰— षोडस नाड़ी चंद्र प्रकास्या द्वादशनाड़ी भानं । सहस्र नाड़ी प्राण का मेला जहाँ असंख कला सिव थानं ।— गोरख॰, पृ॰ ३७ ।