धँसान

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

धँसान संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ धँसना]

१. धँसने की क्रिया या ढंग ।

२. ऐसी जमीन जिसपर कीचड़ के कारण पैर धँसता हो । दलदल ।

३. ऐसी दमीन जिसपर नीचे की ओर पैर फिसले । ढाल । उतार ।