धकपक
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]धकपक ^१ संज्ञा स्त्री॰ [अनु॰] जी की धड़कन । धकधकी । उ॰— (क) जूझत हकीम खाँ अमीरनु कै धक सो ओ बकसी के जिय में परी है धकपक सी ।—सूदन (शब्द॰) । (ख) इंद्र जू को अकबक, घाताजू की धकपक, संभू जी की सकपक केसोदास को कहै ? —केशव (शब्द॰) ।
धकपक ^२ क्रि॰ वि॰ धड़कते हुए जी के साथ । दहलते हुए । डरते हुए ।