धखना

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

धखना पु क्रि॰ अ॰ [हिं॰ धकना] जलना । प्रज्वलित होना । उ॰—मद बक्कर भक्खर कोप धखै ।—ह॰ रासो, पृ॰ २१८ ।