धड़का
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
धड़का संज्ञा पुं॰ [अनु॰ धड़]
१. दिल की धड़कन ।
२. दिल के धड़कने का शब्द ।
३. खटका । अंदेशा । भय । मुहा॰—धड़का खुलना = साहस होना । भय जाता रहना ।
४. गिरने पड़ने का शब्द ।
५. पयाल का पृतला या डंडे पर रखी हुई काली हांड़ी आदि जिसे चिड़ियों को डराकर भगाने के लिये खेतों में रखते हैं । धोखा ।