धड़चना

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

धड़चना पु † क्रि॰ स॰ [सं॰ धर्षण]

१. मारना । उ॰—जोराँवराँ बीत भुज जेहाँ, धड़चै सो तू हिञ अवघेस ।—रघु॰ रू॰, पृ॰ २८३ । फाड़ना । विदीर्ण करना । उ॰—धड़च कनाताँ धार सूँ, गौरहवास झझार ।—रा॰ रू॰, पृ॰ २८३ ।