धड़हड़ना पु क्रि॰ अ॰ [अनु॰] काँपना । लरजना । उ॰—सुंदर धरती धड़ेहड़ै गगन लगै उडि धूरि ।—सुंदर ग्रं॰, भा॰ २, पृ॰ ७३९ ।