धधक संज्ञा स्त्री॰ [अनु॰] १. आग की लपट के ऊपर उठने की क्रिया या भाव । आग की भड़क । २. आँच । लपट । लौ । उ॰—मकर तार मारग लखि पावा ता बिच धधक चढ़ाई ।—घट॰, पृ॰ ३११ । संयो॰ क्रि॰—उठना ।—जाना ।