धनवारा पु वि॰ [हिं॰ धन + वाला (प्रत्य॰)] धनी । उ॰— सोऊ नहीं मनभावन नायक, आवत जो बहुतै धनवारो ।— मति॰ ग्रं॰, पृ॰ २९० ।