धनुवाँ पु संज्ञा पुं॰ [हिं॰] दे॰ 'धनुआ' । उ॰—सुरति मोड़ नरियर को फोड़ौ । अगम पान चढ़ि धनवाँ तोड़ो ।—घट॰, दृ॰ २४५ ।