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धर्षण

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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धर्षण संज्ञा पुं॰ [सं॰] [वि॰ धर्षणीय, धर्षित]

१. अनादर । अपमान । अवज्ञा ।

२. दबोचना । आक्रमण । दबाव या दमन करने का कार्य । हराने का कार्य । नीचा दिखाने का कार्य ।

३. असहनशीलता ।

४. एक अस्त्र का नाम ।

५. स्त्रीप्रसंग । रति ।

६. शिव ।