धाव
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
धाव ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ धव] एक प्रकार का लंबा और बहुत सुंदर पेड़ जिसे गोलरा, धावरा, बकली ओर खरधाया भी कहते हैं । विशेष— दे॰ 'धव' ।
धाव ^२ संज्ञा स्त्री॰ [?] लंबाई । उ॰— प्रथम ही अयोध्या नगर जिसका बणाव, बारै जोजन तो चौड़े सौलै जोजन की धाव ।— रघु॰ रू॰, पृ॰ २३७ ।
धाव ^३ वि॰ [सं॰] धोनेवाला । साफ करनेवाला [को॰] ।