धीमा
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]धीमा वि॰ [सं॰ मध्यम?] [वि॰ स्त्री॰ धीमी]
१. जिसका वेग या गति मंद हो । जिसकी चाल में बहुत तेजी न हो । जो आहिस्ता चले । जैसे, धीमी चाल, धीमी हवा ।
२. जो अधिक प्रचंड, तीव्र या उग्र न हो । हलका । जैसे, धीमी आँच, धीमी रोशनी ।
३. कुछ नीचा और साधारण से कम (स्वर) । जैसे, धीमा स्वर, धीमा आवाज ।
४. जिसका जोर घट गया हो । जिसकी तेजी कम हो गई हो । जैसे,— (क) पहले तो वह बहुत बिगड़ा पर पीछे धीमा हो गया । (ख) जब उनका गुस्सा कुछ धीमा हुआ तब उसने सारा हाल उनसे कह सुनाया । क्रि॰ प्र॰—करना ।—पड़ना ।—होना ।
धीमा तिताला संज्ञा पुं॰ [हिं॰ धीमा + तिताला] सँगीत में सोलह मात्राओं का एक ताल जिसमें तीन आघात और एक खाली होता है । इसके मृदंग के बोल ये हैं,— * ३ ॰ धेत धेत धेने नाग, द्रेगे तेटे केटे ताग, गेदेताक धागे; तेटेक तागदि धेने । और तबले के बोल ये हैं । + ३ धा दिन दिन धा, दिन् धागे तेरेकेटे दिन नादिन दिन ता, १ दिन धागे देरेकेटे दिन । धा । ।