धीवर
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]धीवर संज्ञा पुं॰ [सं॰] [स्त्री॰ धीवरी]
१. एक जातिविशेष जो प्रायः मछली पकड़ने और बेचने का काम करतौ है । इस जाति का छुआ जल द्विज लोग ग्रहण करे है । मछुवा मल्लाह । केवट । उ॰— सुनो, मैं शुक्रावतार का धोवर हूँ ।— शकुतला, पृ॰ १०१ ।
२. खिदमतगार । सेवक ।
३. काला मनुष्य ।
४. मत्स्यपुराण के अनुसार एक देश ।
५. उक्त देश का निवासी ।