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धुंध

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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धुंध ^१ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ धूम्र + अन्ध]

१. बह अँधेरा जो हवा में मिली धूल के कारण हो । यौ॰— अंधाधुंध ।

२. हवा में उड़ती हुई धूल ।

३. आँख का एक रोग जिसके कारण ज्योति मंद हो जाती है और कोई वस्तु स्पष्ट नहीं दिखाई देती ।

धुंध पु ^२ वि॰ घना । अत्यधिक । उ॰— साधो ऐसा धुंध अँधि- यारा । इस घट अंतर बाग बगीये इसी में सिरजनहारा ।— कबीर श॰, भा॰ १, पृ॰६३ ।