धुर्रा
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]धुर्रा संज्ञा पुं॰ [हिं॰ धूर] किसी चीज का अत्यंत छोटा भाग । कण । रजकण । जर्रा । भुआ । मुहा॰— धुर्रे उड़ाना या उड़ा देना = (१) किसी वस्तु के अत्यंत छोटे छोटे टुकड़े कर ड़ालना । अस्त व्यस्त या नष्ट भ्रष्ट कर डालना । बहुत दुर्गति करना । (३) बहतु अधिक मारना या पीटना । धुर्रे बिगाड़ना = दे॰ 'धुर्रे उड़ाना' ।