धूम्रलोचन

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

धूम्रलोचन संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. कबूतर ।

२. शुंभ नामक दानव का एक सेनापति । विशेष—शुंभ निशुंभ के वध के लिये जब देवी ने एक परम सुंदरी का रूप धारण करके कहा था कि जो मुझे युद्ध में जीतेगा उसे मैं वरमाला पहनाऊँगी तब शुंभ ने उन्हें पकड़ने के लिये इसी धूम्रलोचन को भेजा था ।