धेयना पु क्रि॰ अ॰ [सं॰ ध्यान] ध्यान करना । उ॰—सेइ न धेइ न सुमिरि कै पद प्रीति सुधारी । पाइ सुसाहिब राम सो भरि पेट बिगारी ।—तुलसी (शब्द॰) ।