ध्वांत संज्ञा पुं॰ [सं॰ ध्वान्त] १. अंधकार । अँधेरा । उ॰— वह पावन सारस्वत प्रदेश दुःस्वप्न देखता पड़ा क्लांत । फैला था चारों ओर ध्वांत । —कामयानी, पृ॰ १६० । २. एक नरक का नाम । तमिस्त्र । ३. एक मरूत् का नाम ।