नंदिघोष संज्ञा पुं॰ [सं॰ नन्दिघोष] १. अर्जुन के रख का नाम जिसे उन्हें अग्निदेव ने प्रसन्न होकर दिया था । उ॰—सप्तपुत्र गांडिव धनु लीन्हों । नंदिघोष रथ हुतभुक दीन्हों ।— सबल (शब्द॰) । २. बंदीजनों की घोषणा । ३. किसी प्रकार की शुभ या मंगल घोषणा ।