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नंदी

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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नंदी ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ नन्दिन्]

१. धव का पेड़ ।

२. गर्दभांड वृक्ष । पाखर का पेड़ ।

३. वट वृक्ष । बरगद का पेड़ ।

४. तुन का पेड़ ।

५. शिव के एक प्रकार के गण । विशेष— ये तीन प्रकार के होते हैं—कनकनंदी, गिरिनंदी, और शिवनंदी ।

६. शिव का द्बारपाल, बैल । विशेष—कहते हैं कि पूर्वजन्म में यह शालंकायण मुनि का पुत्र था ।

७. शिव के नाम पर दागकर उत्सर्ग किया हुआ कोई बैल ।

८. वह बैल जिसके शरीर पर गाँठें हों । विशेष—ऐसा बैल खेती के काम का नहीं होता । इसे फकीर लोग लेकर घुमाते और लोगों को उसके दर्शन कराके पैसे माँगते हैं ।

९. विष्णु ।

१०. जैनों के एक श्रुतिपारग ।

११. उड़द (ड़िं॰) ।

१२. बंगाल की कायस्थ, तेली, नाई आदि कई जातियों की उपाधि ।

नंदी ^२ वि॰ आनंदयुक्त । जो प्रसन्न हो ।