नकघिसनी संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ नाक + धिसनी] १. नाक को जर्मान पर रगड़ना । जमीन पर नाक रगड़ने की क्रिया । २. बहुत अधिक दीनता । आजिजी ।