नकछिकनी

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

नकछिकनी संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ छिक्कनी] एक प्रकार की घास जिसकी पत्तियाँ महीन महीन और कटावदार होतो हैं । विशेष—इसके फूल घुँड़ी के आकार के और गुलाबी होते हैं जिन्हें सूँघने से छींक आने लगती है । वैद्यक में इसे चरपरी, रूखी , गरम, रुचिकारक, अग्निदीपक, पित्तकारक और वात, कफ, कुष्ट, कृमि, रक्तविकार और दृष्टिदोष का नाशक माना है । पर्या॰—क्षवकृत । तीक्ष्ण । छिक्किका । घ्राणदुःखदा । उग्रा । संवेदनापटु । उग्रगंधा । क्षवक । छिक्कनी ।