नत्थी

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

नत्थी संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ नथ (= आभूषण) या नाथना]

१. कागज या कपड़े आदि के कई टुकड़ों को एक साथ मिलाकर औ र आरपार छेद करके सबको डोरे या आलपीन आदि से एक ही में बाँधना वा फसाना ।

२. इस प्रकार एक ही में नाथे हुए कई कागज आदि जो प्रायः एक ही विषय से संबंध रखते हैं । मिस्ल ।