नमाज
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
नमाज संज्ञा स्त्री॰ [फा॰ नमाज, मि॰ सं॰ नमस्] मुसलमानों की ईश्वर प्रार्थना जो नित्य पाँच बार होती है । विशेष—दैनिक पाँच बार की नमाज के अतिरिक्त सूर्य या चंद्रग्रहण के समय, ईद के दिन, किसी के मरने पर तथा इसी प्रकार के और अवसरो पर भी नमाज पढ़ी जाती है । क्रि॰ प्र॰—अदा करना ।—गुजारना ।—पढ़ना । मुहा॰—नमाज कजा होना=नयत समय पर नमाज न पढा जा सकना ।