नरसिंघा

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

नरसिंघा संज्ञा पुं॰ [हिं॰ नर ( = बडा़) + सिंघा ( = सींग का बना एक प्रकार का बाजा)] तुरही की तरह का एक प्रकार का नल के आकार का ताँबे का बडा़ बाजा जो फूँककर बजाया जाता है । विशेष—यह जिस स्थान से फूँककर बजाया जाता है उस स्थान पर बहुत पतला होता है और उसके आगे का भाग बराबर चौडा़ होता जाता है । बीच में से इसके दो भाग भी कर /?/ लिए जाते हैं और बजाने के बाद पतला भाग अलग करके मोटे भाग के अंदर रक लिया जाता है । प्राचीन काल में इसका व्यवहार रणक्षेत्र में होता था और आजकल यह देहात में विवाह आदि के अवसर पर बजाया जाता है ।