नलिका

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

नलिका संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]

१. नल के आकार की कोई वस्तु । चोंगा । नली ।

२. मूँगे के आकार का एक प्रकार का गंधद्रव्य । विशेष—वैद्यक में यह तीता, कडुवा तीक्ष्ण, मधुर और कृमि, वात, अर्श और शूल रोग का नाशक और मलशोधक माना गया है । पर्या॰—विद्रुमलतिका । कपोलचरणा । नलिनी । रक्तदला । नर्तक । नटी । प्रवाली ।

३. प्राचीन काल का एक अस्त्र । विशेष—इसके विषय में कुछ लोगों का अनुमान है कि यह आजकल की बंदूक के समान होता था और इसके द्वारा लोहे की बहुत छोटी छोटी गोलियाँ या तीर छोडे़ जाते थे । इसका उल्लेख रामायण और महाभारत के अतिरिक्त वेदों तक में पाया जाता है । शुक्रनीति में इसका अच्छा वर्णन हैं । इसे नालक और नाल भी कहते थे ।

४. तरकश जिसमें तीर रखते हैं ।

५. करेमू का साग ।

६. पुदिना ।

७. वैद्यक में एक प्रकार का प्राचीन यंत्र जिसकी सहायता से जलोदर के रोगी के पेट से पानी निकाला जाता था ।