नागदौना
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]नागदौना संज्ञा पुं॰ [सं॰ नागदमन]
१. एक पौधा जिसमें डालियाँ और टहनियाँ नहीं होती । विशेष— इसके जड के ऊपर से ग्वारपाठे की सी पत्तियाँ चारों ओर निकलती हैं । ये पत्तियाँ हाथ हाथ भर लंबी और दो ढाई अंगुल चौडी होती है । ग्वारपाठे की पत्तियों की तरह इ न पत्तियों के भीतर गूदा नहीं होता । इससे इनका दल बहूत मोटा नहीं होता । पत्तियों का रंग गहरा हरा होता है पर बीच बीच में हलकी चित्तियों सी होती हैं । नागदौने की जड कंद के रूप में नीचे की ओर जाती है । वैद्यक में नागदौना चरपरा, कडुआ, हलका, त्रिदोषनाशक, कोठे को शुद्ध करनेवाला, विषनाशक तथा सूजन, प्रमेह और ज्वर को दूर करनेवाला माना जाता है । पर्या॰— नागदमनी । वला । मोटा । विषापहा । नागपत्रा । महायोगेश्वरी । जांबवती । वुक्का । जांबवी । मलध्नी । दुर्धर्षा । दुःसहा । विफला । वनकुमारी । श्रीकंदा । कंदशालिनी ।
२. एक प्रकार का कडुआ और कँटीला दौना जिसके पेड लंबे लंबे होते हैं । विशेष— इसकी सूखी पत्तियाँ लोग कागजों और कपडों की तहों के बीच उन्हें कीडों से बचाने लिये रखते हैं ।