नागपुर

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

नागपुर संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. भोगवती नाम की नगरी जो पाताल में मानी गई है ।

२. हस्तिनापुर ।

३. अग्निपुराण के अनुसार एक स्थान ।

४. मध्य प्रेदश का एक नगर । विशेष— अग्निपुराण में लिखा है कि जब गंगा महादेव जी की जटा से निकल हेमकूट, हिमालय आदि को लाँघकर आई तब स्वलील नामक एक दानव पर्वत के रूप में मार्ग रोकने के लिये खडा हो गया । भगीरथ ने कौशिक को प्रसन्न करके उनसे एक नागवाहन प्राप्त किया जिसने उस पर्वतरूपी दैत्य को विदीर्ण किया । जिस स्थान पर यह दैत्य विदीर्ण किया गया, उसका नाम नागपुर रखा गया ।