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नाजुक

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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नाजुक वि॰ [फा॰ नाजु़क]

१. कोमल । सुकुमार । उ॰— गडे़ नुकीले लाल के नैन रहै दिन रैनि । तव नाजुक ठोडी़न में गाड परै मृदु वैन ।— श्रृं॰ सत॰ (शब्द॰) । यौ॰—नाजुक बदन । नाजुक दिमाम ।

२. पतला । महीन । बारीक ।

३. सूक्ष्म । गूढ । जैसे, नाजुक खयाल ।

४. थोडे ही आघात से नष्ट हो जानेवाला । जरा से झटके या धक्के से टूट फूट जानेवाला । थोडी असावधानी से भी जिसके टूटने का डर हो । जैसे,— शीशे की चीजें नाजुक होती हैं; सँभालकर लाना । यौ॰—नाजुक मिजाज = जो थोडा सा कष्ट भी न सह सके ।

५. जिसमें हानि या अनिष्ट की आशंका हो । जोखों का । जैसे, नाजुक वक्त, नाजुक हालत, नाजुक मामला ।