नात
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]नात † संज्ञा पुं॰ [सं॰ ज्ञाति, प्रा॰ णाति]
१. नातेदार । संबंधी । उ॰— जब राजा भाखै तेहि पाहीं । बिना वुलाए नात न जाहीं । —रघुराज (शब्द॰) ।
२. नाता । संबंध । उ॰— यह विचार नहिं करहुँ हठ झूठ सनेह बढा़इ । मानि मातु कर नात बलि सुरति बिसरि जनि जाइ । —तुलसी (शब्द॰) ।