नावक
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]नावक ^१ संज्ञा पुं॰ [फा॰]
१. एक प्रकार का छोटा बाण । एक खास तरह का तीर । उ॰—(क) नावक सर में लाय कै तिलक तरुनि इति नाकि । पावक झर सी झमकि कै गई झरोखे झाँकि ।—बिहारी (शब्द॰) । (ख) सतसैया के दोहरे जनु
नावक के तीर । देखत में छोटे लगैं बेधैं सकल शरीर ।— (शब्द॰) ।
२. मधुमक्खी का डँक ।
नावक ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰ नाविक] केवट । माझी । मल्लाह । उ॰—पुनि गौतमधरनी जानत है नावक शवरी जान ।— सूर (शब्द॰) ।