निबाह
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]निबाह संज्ञा पुं॰ [सं॰ निर्वाह]
१. निबाहने की क्रिया या भाव । रहन । रहायस । गुजारा । कालक्षेप । किसी स्थिति के बीच जीवन व्यतीत करने का कार्य । जैसे,—वहाँ तुम्हारा निबाह नहीं हो सकता । उ॰—(क) उघरहिं अंत न होय निबाहु ।— तुलसी (शब्द॰) । (ख) लोक लाहु परलोक निबाहु ।— तुलसी (शब्द॰) ।
२. लगातार साधन । (किसी बात को) चलाए चलने या जारी रखने का कार्य । किसी बात के अनुसार निरंतर व्यवहार । संबंध या परंपरा की रक्षा । जैसे,—(क) प्रीति का निबाह, दोस्ती का निबाह । (ख) काम तो मैने अपने ऊपर ले लिया पर निबाह तुम्हारे हाथ है ।
३. चरितार्थ करने का कार्य । पुरा करने का कार्य । पालन । साधन और पुर्ति । जैसे, प्रतिज्ञा का निबाह ।
४. छुटकारे का ढंग । बचाव का रास्ता । जैसे,—बड़ी अड़चन में फँसे हैं, निबाह नहीं दिखाई देता ।