निमीलन संज्ञा पुं॰ [सं॰] १. पलक मारना । निमेष । उ॰—नेत्र निमीलन करती माने प्रकृति प्रबुद्ध लगो होने ।—कामायनी, पृ॰ २३ । २. मरण । ३. पलक मारने भर का समय । पल । क्षण । ४. ज्योतिष । के अनुसार पूर्ण या खग्रास ग्रहण (को॰) ।