निरिन्द्रिय
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]निरिंद्रिय वि॰ [सं॰ निरिन्द्रिय]
१. इंद्रियशून्य । जिसे कोई इंद्रिय न हो ।
२. जिसके हाथ, पैर, आँख, कान आदि न हों । या काम के न हों । विशेष— मनु ने जन्मांध, क्लीव पतित, जन्मवधिर, उन्मत्त, जड़, मूक इत्यादि को निरिंद्रिय कहा है और इन्हें पितृघन का अनधिकारी ठहराया है ।
३. प्रमाण या साघनहीन (को॰) ।
५. अनुर्वर (को॰) ।
६. नपुंसक (को॰) ।